चिकन, शरीर के लिए एक सम्पूर्ण आहार के रूप में हमेशा आवश्यक रहा है। चिकन में सभी ज़रूरी पोषक तत्व पाये जाते है इसलिए अधिकांश स्वास्थ्य समस्याओं का सही समाधान बन जाता है। कई वर्षों से लोगों ने बीमारियों से लड़ने और स्वस्थ रहने के लिए चिकन पर भरोसा किया है परिणामतः चिकन इस संक्रमणकाल में एक प्रमुख खाद्य साबित हुआ है|
लोग वायरस से लड़ने और प्रोटीन सेवन के प्रति और जागरूक हो चुके हैं। भारत में चिकन सबसे ज्यादा प्रचलित और आसानी से उपलब्ध होने वाला और प्रोटीन है। चिकन में इम्युनिटी मजबूत करने वाले सभी ज़रूरी खनिजों और विटामिन होते हैं। पोषण विशेषज्ञ संतुलित आहार के लिए सप्ताह में कम से कम तीन बार चिकन का सेवन करने की सलाह देते हैं। उदाहरण के लिए चिकन लेग महत्वपूर्ण पोषक तत्वों जैसे तांबा, जिलेटिन, फॉस्फोरस के स्त्रोत के रूप में जाना जाता है।
इसके कई पौष्टिक लाभ है जैसे: –
• चिकन लेग के सूप में उपस्थित स्वादिष्ट उत्तक और कार्टलिज शरीर को प्रोटीन, कोलेजन, कॉन्ड्रोइटिन और ग्लूकोसामाइन जैसे ज़रूरी तत्व प्रदान करते हैं|
• इसमें विभिन्न प्रकार के खनिज जैसे कि जस्ता, मैग्नीशियम और कैल्शियम होते हैं|
• मांसपेशियों के उचित विकास और ऊतकों की मरम्मत के लिए ज़रूरी प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा प्रदान करता है|
• हड्डियों को मजबूत बनाकर हड्डियों की बीमारियों पर रोकथाम करता है|
• शरीर में रेड ब्लड सेल्स की मात्रा बढ़ाता है और रक्तनलियों को सक्रिय रखता है|
• इससे शरीर को एमिनो एसिड मिलता है जो हमारे शारीरिक स्वाथ्य और शरीर की मरम्मत कर खाद्य संतुलन में कारगर है|
• चिकन में एक और रसायन सेरोटोनिन भरपूर मात्रा में मिलता है जो हमें तनावमुक्त रखता है|
हैल्थ एंड न्यूट्रिशन एक्सपर्ट, डॉ. अंजू सूद का कहना है कि भारत में लोग इम्युनिटी बढ़ाने और फ्लू व सर्दी से लड़ने के लिए चिकन सूप का सेवन करते हैं। किसी भी तरह से चिकन पोषक तत्वों का एक पावरहाउस है जो शरीर के नेचुरल इम्युन सिस्टम में एंटीबॉडीज बनाता और बढ़ाता है ताकि वायरस और संक्रमण से लड़ा जा सके|