पोल्ट्री, एक्वा और श्रिम्प, डेयरी उद्योग के प्रतिनिधिमंडल ने श्री पीयूष गोयल, मान. मंत्री, वाणिज्य और उद्योग और खाद्य, उपभोक्ता मामलें, श्री सोम प्रकाश जी, वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री, डॉ. भागवत कराड, वित्त राज्य मंत्री, श्री पुरषोत्तम रूपाला, मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री, डॉ. संजीव बाल्यान जी, पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्री, डॉ. एल. मुरुगन, मान. केंद्रीय राज्य मत्स्य पालन मंत्री, श्री भूपेंद्र यादव, माननीय कैबिनेट मंत्री पर्यावरण, मान. स्पीकर (एलएस) श्री ओम बिरला, श्री बी. बी पाटिल, संसद सदस्य ज़हीराबाद और राज्यसभा सदस्य वी. विजयसाई रेड्डी से जीएम सोया इम्पोर्ट के बैठकें की|
श्री बहादुर अली, अध्यक्ष, अखिल भारतीय पोल्ट्री ब्रीडर्स एसोसिएशन, व एमडी आईबी ग्रुप, माननीय मंत्री पीयूष गोयलजी के भारतीय संसद कार्यालय में बैठक का नेतृत्व करते हुए सोया मील की कमी के वर्तमान संकट के बारे में बताया जो लाइवस्टॉक फीड (डेयरी, मत्स्य पालन, जलीय कृषि, पोल्ट्री) के लिए सबसे महत्वपूर्ण प्रोटीन सामग्री है।
पोल्ट्री एसोसिएशन और श्रिम्प फीड मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अली और श्री बीएम राव ने क्रमशः चिंता व्यक्त की और बताया कि हमारे “भारतीय पशुधन किसान फ़ीड की अनुपलब्धता के कारण अपने मवेशियों, पोल्ट्री, मछलियों और श्रिम्प को फीड खिलाने में असमर्थ हैं”। यदि जीएम सोयामील के आयात की अनुमति नहीं दी जाती है तो यह हमारे पशुधन के लिए बड़ी समस्या बन जाएगी और हमारे भारतीय पशुपालकों की आजीविका को पूरी तरह से बर्बाद कर देगी।
श्री इंद्रकुमार और श्री फोंडानी ने कहा कि समुद्री खाद्य निर्यात के 6.3 बिलियन अमरीकी डालर का निर्यात फंस जाएगा और भारतीय निर्यात के योगदान और प्रतिष्ठा को एक बड़ा नुकसान होगा।
माननीय मंत्री पीयूष जी एवं अन्य सभी माननीय मंत्रियों ने किसानों एवं पशुधन उद्योग की मांग के पक्ष में बहुत सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और हर समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार किसानों के साथ है|